गुरु पूर्णिमा को भारत में ज्ञान, आस्था और गुरु–शिष्य परंपरा का पर्व माना जाता है। यह दिन आध्यात्मिक ऊर्जा और बृहस्पति ग्रह (Jupiter) के प्रभाव से विशेष महत्व रखता है।
ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति को गुरु, ज्ञान, धर्म और सत्य का कारक माना गया है। इसीलिए गुरु पूर्णिमा को ज्ञान का पर्व कहा जाता है।
गुरु पूर्णिमा और ज्योतिषीय दृष्टि से बृहस्पति का महत्व
-
ज्ञान और शिक्षा का ग्रह – बृहस्पति व्यक्ति की शिक्षा, बुद्धि और अध्यात्म का प्रतिनिधित्व करता है।
-
धर्म और नीति का कारक – यह ग्रह धर्म, न्याय और सत्य के पालन को प्रोत्साहित करता है।
-
सकारात्मक ऊर्जा का संचार – गुरु पूर्णिमा पर गुरु और बृहस्पति की कृपा से जीवन में शुभ ऊर्जा आती है।
-
जीवन में मार्गदर्शन – जिनकी कुंडली में बृहस्पति शुभ स्थिति में हो, वे जीवन में सम्मान, ज्ञान और सफलता प्राप्त करते हैं।
Contact Acharya Sharad Swaroop Ji
यदि आप जानना चाहते हैं कि Why Guru Purnima Is the Day of Wisdom: Role of Jupiter in Astrology आपके जीवन और कुंडली को कैसे प्रभावित करेगा, तो तुरंत संपर्क करें।
कॉल करें: +91-9818359075
आचार्य शरद स्वरूप जी आपकी जन्म कुंडली देखकर बताएंगे कि बृहस्पति ग्रह की स्थिति आपके जीवन में कौन से अवसर और चुनौतियाँ लेकर आई है।
गुरु पूर्णिमा पर क्या करें?
-
गुरु, आचार्य या शिक्षक का आशीर्वाद लें।
-
विष्णु और बृहस्पति मंत्र का जप करें।
-
जरूरतमंदों को भोजन और ज्ञान सामग्री दान करें।
-
पीले वस्त्र और पीली वस्तुओं का दान विशेष फलदायी माना जाता है।
और अधिक जानकारी के लिए
निष्कर्ष
Why Guru Purnima Is the Day of Wisdom: Role of Jupiter in Astrology यह दर्शाता है कि गुरु पूर्णिमा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से ज्ञान का स्रोत है।
इस दिन गुरु और बृहस्पति ग्रह की कृपा से जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
अपनी कुंडली का विश्लेषण और बृहस्पति ग्रह का विस्तृत प्रभाव जानने के लिए अभी आचार्य शरद स्वरूप जी (+91-9818359075) से संपर्क करें।