जीवित्पुत्रिका व्रत

जीवित्पुत्रिका व्रत का महत्व

भारतीय परंपरा में जीवित्पुत्रिका व्रत माताओं द्वारा संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस व्रत में विशेष रूप से सूर्य और चंद्रमा की उपासना का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य और चंद्र ग्रह मानव जीवन और संतान के भविष्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं।

Why Moon & Sun Play an Important Role in Jivitputrika Vrat According to Astrology

Why Moon & Sun Play an Important Role in Jivitputrika Vrat According to Astrology: आध्यात्मिक दृष्टि से

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जीवित्पुत्रिका व्रत और ज्योतिषीय लाभ

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जीवित्पुत्रिका व्रत और इसकी परंपराओं के बारे में अधिक जानकारी हेतु यहाँ पढ़ें: Jivitputrika Vrat Significance 

निष्कर्ष

Why Moon & Sun Play an Important Role in Jivitputrika Vrat According to Astrology यह प्रश्न केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सूर्य और चंद्रमा की उपासना से संतान सुख, दीर्घायु और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

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