Chandra Grahan 2025 का महत्व
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025) केवल खगोलशास्त्रीय घटना नहीं है बल्कि इसका गहरा आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। 2025 का चंद्र ग्रहण हर राशि के लिए अलग-अलग प्रभाव लेकर आएगा।
भारतीय ज्योतिष में ग्रहण को आत्मिक शुद्धि, तपस्या और साधना का समय माना गया है।
सूतक काल में क्या करें और क्या न करें?
ग्रहण से लगभग 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान:
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भोजन, पूजा और शुभ कार्य वर्जित होते हैं।
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ध्यान, जप और मंत्रोच्चारण करने से पुण्य फल मिलता है।
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गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
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ग्रहण के समय स्नान और दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
Chandra Grahan 2025: राशिवार उपाय
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मेष राशि – हनुमान चालीसा का पाठ करें।
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वृषभ राशि – देवी महालक्ष्मी की आराधना करें।
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मिथुन राशि – विष्णु सहस्रनाम का जप करें।
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कर्क राशि – शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ।
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सिंह राशि – सूर्य मंत्र का जप करें।
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कन्या राशि – दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
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तुला राशि – शनि देव की उपासना करें।
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वृश्चिक राशि – महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
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धनु राशि – गीता का पाठ करें।
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मकर राशि – पीपल वृक्ष की पूजा करें।
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कुंभ राशि – रुद्राभिषेक करें।
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मीन राशि – विष्णु जी के नाम का स्मरण करें।
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Chandra Grahan 2025 और जीवन में परिवर्तन
यह ग्रहण आत्मनिरीक्षण और मानसिक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। जो साधना, ध्यान और ज्योतिषीय उपाय इस दिन किए जाते हैं, वे व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त कर सकारात्मक जीवन परिवर्तन की ओर ले जाते हैं।
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चंद्र ग्रहण के वैज्ञानिक पहलुओं पर अधिक जानकारी के लिए यहाँ पढ़ें: NASA Lunar Eclipse Information
निष्कर्ष
Chandra Grahan 2025 केवल एक खगोलीय घटना नहीं, बल्कि आत्मिक उन्नति और कर्म शुद्धि का अवसर है। राशिवार उपाय और ज्योतिषीय मार्गदर्शन से आप इस दिन का सर्वोत्तम लाभ उठा सकते हैं।